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नार्वे के नरसंहार का निकला वाराणसी से भी कनेक्शन

नई दिल्ली। नार्वे के नरसंहार के बाद सामने आई एंडर्स बेरिंग ब्रेविक की तस्वीर में उसकी बांह पर चमकता खौफनाक लोगो दहलाने वाला है। इंसानी खोपड़ी और इस खोपड़ी के बीच धंसा हुआ एक खंजर...ये लोगो ब्रेविक की मंशा को जाहिर करता है। लेकिन आप ये सुनकर हैरान हो जाएंगे कि इस लोगो को ब्रेविक ने भारत में डिजाइन कराया है। इसके लिए उसने चुना था वाराणसी को। वाराणसी के एक लोगो बनाने वाले कलाकार ने ब्रेविक के इस लोगो का डिजाइन किया था। असलम अंसारी नाम के इस कलाकार को पता नहीं था कि उनका डिजाइन किया हुआ लोगो इस खूंखार कातिल की बांह पर सजेगा। वो टीवी और अखबारों में ये लोगो देखकर सन्न हैं। ब्रेविक ने असलम को ई मेल से खोपड़ी और खंजर की तस्वीरें भेजी थीं। ईमेल में इसके इस्तेमाल से लोगो तैयार करने के लिए कहा गया था। इसके एवज में असलम को दस हजार रुपए मिलने थे। असलम ने ये लोगो बनाया और नार्वे के पते पर कूरियर कर दिया।





असलम अफसोस में हैं, दुखी हैं और ऐसा ही दुख पूरे नार्वे में छाया हुआ है। हर तरफ ब्रेविक की नफरत की चर्चा हो रही है। नार्वे सरकार इन बातों को रोकना चाहती है इसलिए ब्रेविक को जेल में ऐसी जगह पर रखा गया है जहां वो अकेला है। ब्रेविक की सुनवाई बंद कमरे में हो रही है ताकि ब्रेविक के कबूलनामे की कोई भी बात बाहर ना जाए। ब्रेविक ने जिस नफरत को फैलाने की कोशिश की है, वो ना फैले। लेकिन इसके बावजूद ब्रेविक की चर्चा रोके नहीं रुक रही। ब्रेविक का 1500 पन्नों का नफरत का मैनिफेस्टो इंटरनेट पर मौजूद है। और उसके बारे में हर कोई बातें कर रहा है। जैसे जैसे खुलासे हो रहे हैं लोगों में डर बढ़ता जा रहा है। उन्हें ब्रेविक के इस दावे पर यकीन होता जा रहा है कि वो अकेला नहीं है। उसके साथ और लोग भी हैं।

लोगों के बीच सिर्फ सार्वजनिक जगहों पर ही नहीं, बल्कि इंटरनेट के चैट रूम में भी ब्रेविक ही छाया हुआ है। लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं ब्रेविक की नफरत का संदेश कुछ और लोगों को भी ना भड़का दे। कहीं उसकी नफरत की बातें सुनकर कुछ और लोग भी प्रभावित ना हो जाएं। लोगों में इस बात का डर है कि कहीं कुछ लोग ब्रेविक की नकल करते हुए फिर वैसे ही नरसंहार को अंजाम ना दें।

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